गांव बसतपुर से आरंभ हुआ पौधारोपण का यह अभियान
मेजबान गांव सहित आसपास के 20 गांवों में लगेंगे पौधे
सितंबर माह में दो लाख फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य
फतह सिंह उजाला
पटौदी । अब आने वाले समय में फलदार पौधे पटौदी देहात की सेहत बनाएंगे , जी हां यह सही बात है। पटौदी ब्लॉक के विभिन्न 20 गांवों में 8 किस्मों के 2 लाख फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है । इस फलदार पौधे लगाने के अभियान का आरंभ गांव बस्तपुर में मेजबान सरपंच श्रीमती सुमित्रा देवी और हीरो मोटोकॉर्प के अधिकारी आदित्य चोपड़ा के द्वारा किया गया । इस मौके पर सरपंच एकता मंच एवं विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह , खानपुर के सरपंच पवन कुमार, नानू खुद के सरपंच सत्य प्रकाश , बलेवा के सरपंच दर्शन, सैयद शाहपुर के सरपंच पवन शेखावत , लोचबका की महिला सरपंच श्रीमती अनीता के साथ-साथ सुंदर पाल सैनी, मेजबान गांव के पूर्व सरपंच बनवारी लाल, पूर्व सरपंच सुरेश कुमार, आनंद पाल शर्मा , विनोद शर्मा ,भरत सिंह ,सोमबीर, रावत सिंह, मंसाराम , मांगेराम, नवीन शर्मा, नरेंद्र शर्मा, प्रभाती सहित अन्य ग्रामीणों ने फलदार पौधे वितरण अभियान में अपना सहयोग देते इसका अपने हाथों से पौधा वितरण कर आरंभ भी किया ।
मेजबान गांव की महिला सरपंच श्रीमती सुमित्रा देवी ने कहा कि अभी तक पटौदी क्षेत्र के गांव में सब्जी बाड़ी का काम होता आ रहा है । सही मायने में पटौदी ब्लॉक के अनेक गांव ऐसे हैं जहां पर बाड़ी का काम किसान करते हैं। बाड़ी का मतलब है सीजनल सब्जियां खेतों में पैदा कर सब्जी मंडी में बेचकर अपना गुजर-बसर करना । उन्होंने बताया की मेजबान गांव में ग्रामीणों के साथ साथ जो भी किसान खेती बाड़ी का काम कर रहे हैं , उनके साथ मिलकर विभिन्न 8 किस्मों के फलदार पौधे लगाने का काम आरंभ कर दिया गया है । उन्होंने कहा फलदार पौधे लगाने का मकसद यह है कि किसानों की आने वाले समय में नियमित रूप से आय होती रहे और इसके साथ ही पारंपरिक खेती के साथ ही खेती में विविधता भी बनी रहे। सरपंच सुमित्रा देवी ने कहा बच्चे हो, महिला हो ,ग्रहणी हो या फिर किसान , जब वह एक बार अपने हाथों से किसी भी फलदार पौधे को लगा लेंगे तो यह स्वभाविक बात है कि उसका फल अवश्य प्राप्त करना चाहेंगे और यही इस बात की गारंटी भी है कि यह फलदार पौधे अवश्य ही बड़े होकर पेड़ बनेंगे और साथ ही फल भी प्रदान करेंगे। फल खाकर ग्रामीण स्वयं भी स्वस्थ रहेंगे और अच्छी गुणवत्ता के फल और लोगों को भी बाजार में उपलब्ध हो सकेंगे।
हीरो मोटोकॉर्प के अधिकारी आदित्य चोपड़ा और इसी कंपनी के हरियाली अभियान से जुड़े अन्य अधिकारियों ने बताया कि गांव बस्तपुर के साथ-साथ आसपास के 20 ऐसे गांव का चयन किया गया है, जहां की जमीन और मिट्टी लगाए जाने वाले फलों के पौधों के अनुकूल है । जिससे कि फल के पौधे लगाए जाने के बाद जल्द से जल्द फल-फूल कर बड़े हो पेड़ बन जाए और जो भी लोग अथवा ग्रामीण इन फलों के पौधों को लगा रहे हैं उन्हें इसका सीधा लाभ भी मिले । उन्होंने बताया 2 लाख पौधों में नींबू , आंवला, जामुन, कटहल ,अनार ,शरीफा और सीताफल जैसे फलों के पौधे शामिल हैं । यह सभी ऐसी किसमें हैं जो सभी पौधारोपण करने वालों को पूरे वर्ष नियमित रूप से समय की समय के अंतराल पर फल प्रदान करती रहेंगी । इतना ही नहीं इन फलदार पौधों को लगाया जाने के बाद कंपनी के अधिकारी और बागवानी के विशेषज्ञ भी समय-समय पर फलदार पौधे लगाने वाले ग्रामीणों के बीच पहुंचकर पौधों की देखभाल करने के साथ-साथ मार्गदर्शन भी करते रहेंगे । कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार का अभियान जारी रहेगा। फलदार पौधे लगाने का हम सभी को दोहरे लाभ मिलाते हैं एक तो इससे पर्यावरण में सुधार बना रहेगा दूसरा पौधा लगाने वाले का पौधों से भावनात्मक लगाव भी होगा। वही सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जब पौधों से फल प्राप्त होंगे तो निश्चित रूप से संबंधित पौधारोपण करने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। आने वाले समय में पटौदी देहात की पहचान फलों के ग्रामींण क्षेत्र के रूप में स्थापित होगी।
मेजबान गांव सहित आसपास के 20 गांवों में लगेंगे पौधे
सितंबर माह में दो लाख फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य
फतह सिंह उजाला
पटौदी । अब आने वाले समय में फलदार पौधे पटौदी देहात की सेहत बनाएंगे , जी हां यह सही बात है। पटौदी ब्लॉक के विभिन्न 20 गांवों में 8 किस्मों के 2 लाख फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है । इस फलदार पौधे लगाने के अभियान का आरंभ गांव बस्तपुर में मेजबान सरपंच श्रीमती सुमित्रा देवी और हीरो मोटोकॉर्प के अधिकारी आदित्य चोपड़ा के द्वारा किया गया । इस मौके पर सरपंच एकता मंच एवं विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह , खानपुर के सरपंच पवन कुमार, नानू खुद के सरपंच सत्य प्रकाश , बलेवा के सरपंच दर्शन, सैयद शाहपुर के सरपंच पवन शेखावत , लोचबका की महिला सरपंच श्रीमती अनीता के साथ-साथ सुंदर पाल सैनी, मेजबान गांव के पूर्व सरपंच बनवारी लाल, पूर्व सरपंच सुरेश कुमार, आनंद पाल शर्मा , विनोद शर्मा ,भरत सिंह ,सोमबीर, रावत सिंह, मंसाराम , मांगेराम, नवीन शर्मा, नरेंद्र शर्मा, प्रभाती सहित अन्य ग्रामीणों ने फलदार पौधे वितरण अभियान में अपना सहयोग देते इसका अपने हाथों से पौधा वितरण कर आरंभ भी किया ।
मेजबान गांव की महिला सरपंच श्रीमती सुमित्रा देवी ने कहा कि अभी तक पटौदी क्षेत्र के गांव में सब्जी बाड़ी का काम होता आ रहा है । सही मायने में पटौदी ब्लॉक के अनेक गांव ऐसे हैं जहां पर बाड़ी का काम किसान करते हैं। बाड़ी का मतलब है सीजनल सब्जियां खेतों में पैदा कर सब्जी मंडी में बेचकर अपना गुजर-बसर करना । उन्होंने बताया की मेजबान गांव में ग्रामीणों के साथ साथ जो भी किसान खेती बाड़ी का काम कर रहे हैं , उनके साथ मिलकर विभिन्न 8 किस्मों के फलदार पौधे लगाने का काम आरंभ कर दिया गया है । उन्होंने कहा फलदार पौधे लगाने का मकसद यह है कि किसानों की आने वाले समय में नियमित रूप से आय होती रहे और इसके साथ ही पारंपरिक खेती के साथ ही खेती में विविधता भी बनी रहे। सरपंच सुमित्रा देवी ने कहा बच्चे हो, महिला हो ,ग्रहणी हो या फिर किसान , जब वह एक बार अपने हाथों से किसी भी फलदार पौधे को लगा लेंगे तो यह स्वभाविक बात है कि उसका फल अवश्य प्राप्त करना चाहेंगे और यही इस बात की गारंटी भी है कि यह फलदार पौधे अवश्य ही बड़े होकर पेड़ बनेंगे और साथ ही फल भी प्रदान करेंगे। फल खाकर ग्रामीण स्वयं भी स्वस्थ रहेंगे और अच्छी गुणवत्ता के फल और लोगों को भी बाजार में उपलब्ध हो सकेंगे।
हीरो मोटोकॉर्प के अधिकारी आदित्य चोपड़ा और इसी कंपनी के हरियाली अभियान से जुड़े अन्य अधिकारियों ने बताया कि गांव बस्तपुर के साथ-साथ आसपास के 20 ऐसे गांव का चयन किया गया है, जहां की जमीन और मिट्टी लगाए जाने वाले फलों के पौधों के अनुकूल है । जिससे कि फल के पौधे लगाए जाने के बाद जल्द से जल्द फल-फूल कर बड़े हो पेड़ बन जाए और जो भी लोग अथवा ग्रामीण इन फलों के पौधों को लगा रहे हैं उन्हें इसका सीधा लाभ भी मिले । उन्होंने बताया 2 लाख पौधों में नींबू , आंवला, जामुन, कटहल ,अनार ,शरीफा और सीताफल जैसे फलों के पौधे शामिल हैं । यह सभी ऐसी किसमें हैं जो सभी पौधारोपण करने वालों को पूरे वर्ष नियमित रूप से समय की समय के अंतराल पर फल प्रदान करती रहेंगी । इतना ही नहीं इन फलदार पौधों को लगाया जाने के बाद कंपनी के अधिकारी और बागवानी के विशेषज्ञ भी समय-समय पर फलदार पौधे लगाने वाले ग्रामीणों के बीच पहुंचकर पौधों की देखभाल करने के साथ-साथ मार्गदर्शन भी करते रहेंगे । कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार का अभियान जारी रहेगा। फलदार पौधे लगाने का हम सभी को दोहरे लाभ मिलाते हैं एक तो इससे पर्यावरण में सुधार बना रहेगा दूसरा पौधा लगाने वाले का पौधों से भावनात्मक लगाव भी होगा। वही सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जब पौधों से फल प्राप्त होंगे तो निश्चित रूप से संबंधित पौधारोपण करने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। आने वाले समय में पटौदी देहात की पहचान फलों के ग्रामींण क्षेत्र के रूप में स्थापित होगी।