सोहना रोड पर जेएमडी मेगापॉलिस मॉल मे था यह कॉल सेंटर
24 युवक-युवतियां यहां कॉल सेंटर में करते थे काम
अमेरिका और कनाडा में पॉपअप भेजकर करते थे ठगी
मुख्य आरोपी विक्रम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम। शहर में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है। सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने छापेमारी की। इस दौरान मौके से कई लैपटॉप, मोबाइल बरामद हुए हैं। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि इस फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिका और कनाडा में पॉपअप भेजकर ठगी की जाती थी। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार छापेमारी में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कॉल सेंटर में 24 युवक-युवतियां काम करते थे।
सीएम फ्लाइंग स्क्वायड को शिकायत मिली थी कि जेएमडी मेगा पॉलिस मॉल में ग्रीन रॉक एंटरप्राइजेज नाम से यह कॉल सेंटर मॉल की पांचवीं मंजिल पर चलाया जा रहा था। यहां से लोगों के लैपटॉप व कंप्यूटर में एंटीवायरस व अन्य सॉफ्टवेयर में पॉपअप के माध्यम से वैद्यता समाप्ति के मैसेज भेजे जाते थे और ठगी की जाती थी। क्लाइंट से संपर्क होने के बाद उसे एंटीवायरस व सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर बेचने के नाम पर अवैध कार्य थे। यह कंपनी मैकेफी, डिफेंडर, ट्रेनमाइक्रो, कैस्पर स्काई नाम के एंटीवायरस के क्लाइंट से अपडेट करने के नाम पर डॉलर लेते हैं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की टीम गठित की गई। शनिवार को टीम ने जेएमडी मेगा पॉलिस स्थित इस फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी की। वहां पर छापेमारी के दौरान 24 युवक-युवतियां काम कर रहे थे। उनके अलावा कॉल सेटर का मास्टर माइंड दिल्ली निवासी विक्रम भी मौजूद था। पुलिस ने युवक-युवतियां को हिरासत में लिया, वहीं विक्रम को गिरफ्तार कर लिया गया।
कंपनी के अंदर से छापेमारी में 38 कंप्यूटर व लैपटॉप लगे हुए थे। वहां कर्मचारी काम कर रहे थे। जिनको कंपनी मालिक दिल्ली के हरिनगर निवासी विक्रम वर्मा हिदायतें दे रहे थे। छापेमारी के दौरान जांच में पता चला कि कंप्यूटर्स पर कर्मचारी यूएसए के कलाइंट्स से एंटीवायरस अपडेट करने व हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर खाते में डालर डालने की बात कह रहे थे। मौके पर विक्रम वर्मा को कंपनी का लाइसेंस व अन्य कागजात मांगे गए तो वह कुछ भी नहीं दिखा पाया। आरोपी के खिलाफ सदर थाना में केस दर्ज किया गया है। यह केस सीएम फ्लाइंग के निरीक्षक कृष्ण कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है।
24 युवक-युवतियां यहां कॉल सेंटर में करते थे काम
अमेरिका और कनाडा में पॉपअप भेजकर करते थे ठगी
मुख्य आरोपी विक्रम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम। शहर में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है। सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने छापेमारी की। इस दौरान मौके से कई लैपटॉप, मोबाइल बरामद हुए हैं। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि इस फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिका और कनाडा में पॉपअप भेजकर ठगी की जाती थी। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार छापेमारी में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कॉल सेंटर में 24 युवक-युवतियां काम करते थे।
सीएम फ्लाइंग स्क्वायड को शिकायत मिली थी कि जेएमडी मेगा पॉलिस मॉल में ग्रीन रॉक एंटरप्राइजेज नाम से यह कॉल सेंटर मॉल की पांचवीं मंजिल पर चलाया जा रहा था। यहां से लोगों के लैपटॉप व कंप्यूटर में एंटीवायरस व अन्य सॉफ्टवेयर में पॉपअप के माध्यम से वैद्यता समाप्ति के मैसेज भेजे जाते थे और ठगी की जाती थी। क्लाइंट से संपर्क होने के बाद उसे एंटीवायरस व सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर बेचने के नाम पर अवैध कार्य थे। यह कंपनी मैकेफी, डिफेंडर, ट्रेनमाइक्रो, कैस्पर स्काई नाम के एंटीवायरस के क्लाइंट से अपडेट करने के नाम पर डॉलर लेते हैं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की टीम गठित की गई। शनिवार को टीम ने जेएमडी मेगा पॉलिस स्थित इस फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी की। वहां पर छापेमारी के दौरान 24 युवक-युवतियां काम कर रहे थे। उनके अलावा कॉल सेटर का मास्टर माइंड दिल्ली निवासी विक्रम भी मौजूद था। पुलिस ने युवक-युवतियां को हिरासत में लिया, वहीं विक्रम को गिरफ्तार कर लिया गया।
कंपनी के अंदर से छापेमारी में 38 कंप्यूटर व लैपटॉप लगे हुए थे। वहां कर्मचारी काम कर रहे थे। जिनको कंपनी मालिक दिल्ली के हरिनगर निवासी विक्रम वर्मा हिदायतें दे रहे थे। छापेमारी के दौरान जांच में पता चला कि कंप्यूटर्स पर कर्मचारी यूएसए के कलाइंट्स से एंटीवायरस अपडेट करने व हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर खाते में डालर डालने की बात कह रहे थे। मौके पर विक्रम वर्मा को कंपनी का लाइसेंस व अन्य कागजात मांगे गए तो वह कुछ भी नहीं दिखा पाया। आरोपी के खिलाफ सदर थाना में केस दर्ज किया गया है। यह केस सीएम फ्लाइंग के निरीक्षक कृष्ण कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है।