कुलपति ने की छात्रों, अभिभावकों व कॉलेज प्रिंसिपल के साथ मीटिंग

रेवाड़ी,अजय सागर अत्री।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एसके गक्खड़ ने आज भावी सेमेस्टर की कक्षाएं आरंभ करने को लेकर सुझाव लेने के संबंध में तीन अलग-अलग विस्तृत बैठके की। सर्वप्रथम ऑनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय के सभी छात्रों एवं अभिभावकों के साथ बैठक की गई। इसमें बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के छात्रों एवं संबंधित कॉलेज के भी बहुत से छात्रों ने भाग लिया।
लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली इस मीटिंग बैठक में सभी छात्रों की समस्याएं सुनी गई और उनका तुरंत समाधान करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए गए। परीक्षा परिणाम, डीएमसी, असाइनमेंट, प्रोजेक्ट सबमिशन, पुनर्मूल्यांकन एवं ऑनलाइन कक्षाओं के संबंध में विद्यार्थियों ने अपनी बहुत सारी परेशानियां सीधे कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रक के साथ साझा की और उनके समाधान प्राप्त किए गए।
इस बैठक में बहुत से अभिभावकों ने भी भाग लिया और उन्होंने आगामी सेमेस्टर की कक्षाओं के संबंध में बहुत से महत्वपूर्ण सुझाव कुलपति के साथ सांझा किए। कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए और अभी विश्वविद्यालय में हॉस्टल की अनुपलब्धता को ध्यान में रखते हुए अधिकांश विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षाओं के समर्थन में दिखाई दिए। जबकि कुछ अन्य विद्यार्थी यह चाहते थे कि उनकी कक्षाएं पारंपरिक ढंग से ही  चलें।
कुलपति ने आश्वासन दिया कि जो भी निर्णय लिया जाएगा वह सभी विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए एवं शिक्षण की गुणवत्ता को बनाए रखने की कोशिश करते हुए लिया जाएगा। बैठक में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, एनएसएस एवं यूथ रेड क्रॉस के समन्वयक एवं विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक ने भी भाग लिया।

दूसरी महत्वपूर्ण बैठक विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों के साथ आयोजित की गई। यहां सभी शिक्षकों से सुझाव मांगे गए, ताकि आगामी सेमेस्टर के लिए कक्षाएं आयोजित करने का सर्वोत्तम तरीका निकाला जा सके। यहां भी आम सहमति इसी बात पर बनी की कक्षाएं अभी ऑनलाइन माध्यमों से ही लगाई जाएंगी परंतु साथ ही साथ विद्यार्थियों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए भी शिक्षक उपलब्ध रहेंगे।
सभी ऑनलाइन लेक्चर रिकॉर्ड भी किए जाएंगे ताकि यदि कोई विद्यार्थी इन्हें लाइव नहीं सुन पाया तो बाद में किसी भी वक्त वह उन्हें सुन सके। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों को यूजीसी के स्वयम पोर्टल पर उपलब्ध कोर्सों में अपने आप को रजिस्टर्ड कराने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। बैठक में विश्वविद्यालय कुलपति समेत सभी शिक्षक मौजूद रहे।

तीसरी एवं अंतिम महत्वपूर्ण बैठक में कुलपति ने सभी कॉलेज के प्रिंसिपल के साथ ऑनलाइन माध्यम से बात की और उन्हें भी अपने सुझाव देने के लिए कहा गया| अधिकांश कॉलेज के प्रिंसिपल ने यह मांग रखी कि आंतरिक मूल्यांकन के लिए दिए जाने वाले नंबरों को विश्वविद्यालय पोर्टल पर अपलोड करने की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया जाए जिसके लिए कुलपति ने उन्हें आश्वासन भी दिया।

इसके अतिरिक्त आगामी समेस्टर में दाखिले की प्रक्रिया एवं परीक्षा परिणामों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई और महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। आम सहमति इसी बात पर बनती नजर आई कि केवल ऑनलाइन या पारम्परिक शिक्षण की बजाय दोनों शिक्षण का मिश्रित रूप प्रयोग किया जाए जिसके लिए समाधान ढूंढने के उपाय किए जाएं। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया कि इस संबंध में विश्वविद्यालय अपनी तरफ से जो कुछ भी संभव हो सकेगा वह अवश्य ही करेगा।
इस बैठक में  परीक्षा नियंत्रक  डॉ सुरेश धनेरवाल एवं डीन ऑफ कॉलेज डॉ सतीश खुराना सहित अधिकांश कालेजों के प्रिंसिपलो ने भाग लिया।
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