मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
उत्तरप्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे का क़रीबी अमर दुबे की पुलिस इनकाउंटर में मारा गया है। इसे विकास दुबे की तलाश में बनाई गई एसटीएफ(स्पेशल टास्क फ़ोर्स) की बड़ी सफलता माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह जब एसटीएफ व पुलिस की टीम अमर दुबे की तलाश में हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में गई तो उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी जिसकी जवाबी करवाई में अमर दुबे ढेर हो गया। बता दें अमर दुबे गैंगस्टर अमर दुबे का करीबी था जो बिकरु गांव हत्याकांड में भी शामिल था जिसमे आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
अमर दुबे पर था 25,000 का ईनाम।
2 जुलाई की मुठभेड़ के बाद फ़रार विकास दुबे की तलाश में एसटीएफ और पुलिस ने विकास दुबे के करीबियों पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया था। पुलिस की एफआईआर में 21 लोगों का नाम शामिल है, जिसमे 50 से 60 करीबी अज्ञात लोगों का नाम भी शामिल किया गया है। पुलिस ने विकास दुबे व उसके करीबियों की तस्वीर वाले पोस्टर जगह-जगह चिपका दिए हैं। विकास दुबे पर 2,50,000 का ईनाम व उसके करीबियों पर 25,000 का ईनाम घोषित किया गया है।
हत्याकांड की रात के बाद एसटीएफ व पुलिस की टीम ने जगह-जगह छापेमारी शुरू कर दी थी। स्थानीय प्रशासन ने दुबे के घर को भी जेसीबी से ढहा दिया था। फरार विकास दुबे की तस्वीर वाले पोस्टर को उत्तरप्रदेश के टोल प्लाजा पर भी चिपका दिया है जिनमे उन्नाव, कानपुर नगर, औरैया, फतेहपुर और भारत-नेपाल के सीमावर्ती इलाके शामिल हैं। विकास दुबे के नेपाल बॉर्डर की जरिये नेपाल भाग जाने के शक़ में पुलिस ने भारत-नेपाल बॉर्डर के पास लखीमपुर खीरी, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, और गोरखपुर में अलर्ट जारी कर दिया है।
गैंगस्टर के साथ मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
ग़ौरतलब है कि 2 जुलाई की रात को पुलिस विकास दुबे की धरपकड़ के लिए गई थी तो विकास दुबे ने घात लगाकर पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया था जिसमे डीएसपी, दो सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। बताया जा रहा है कि पुलिस पर फायरिंग करने में विकास दुबे के साथ उसका शागिर्द अमर दुबे भी शामिल था। पुलिस पर हमला करने के बाद बदमाश पुलिस के हथियार भी चुरा ले गए थे और बाद में फ़रार हो गए।