गुरूग्राम में संक्रमित डबलिंग रेट 40 दिनों से अधिक हुआ

रिकवरी रेट में भी सुधार , 85 प्रतिशत तक पहुंचा

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । 
उपायुक्त अमित खत्री ने आज कहा कि जिलावासियों के सहयोग से  कोरोना संक्रमण के फैलाव पर रोक लगी है, फिर भी अभी सचेत रहने की जरूरत है। अभी कोरोना पूर्ण रूप से खत्म नही हुआ है इसलिए सभी जिलावासी घर से बाहर निकलने पर मास्क पहने, एक दूसरे के बीच दो गज की दूरी बनाए रखें और अधिक संख्या में इक्ट्ठे होने से परहेज करें।

जिलावासियों से यह अपील आज उपायुक्त अमित खत्री ने मीडिया के माध्यम से की है। वे आज सिविल लाइन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद् हाॅल परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ पुलिस हैडक्वार्टर की डीसीपी नितिका गहलावत तथा सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव भी उपस्थित थे।

गुरूग्राम में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए किए गए उपायों का ब्यौरा देते हुए उपायुक्त ने कहा कि टेस्टिंग, टेªकिंग और ट्रीटमेंट की कार्यनीति पूरे विश्व में कारगर सिद्ध हो रही है और उसी नीति को गुरूग्राम में अपनाया गया है जो हमारे यहां भी इस महामारी के नियंत्रण में काफी प्रभावी रही है। उन्होंने बताया कि इस नीति पर चलते हुए गुरूग्राम में कोरोना संक्रमित मरीजों का डबलिंग रेट 40 दिन से अधिक हो गया है जो शुरूआत में 4 दिन के आस पास था। यही नहीं, गुरूग्राम में संक्रमित मरीजों के ठीक होने का रिकवरी रेट भी बढ़कर लगभग 85 प्रतिशत तक पहंुच गया है। अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के समान ही इससे रिकवर होने वाले मरीजों का आंकड़ा दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला में  कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या में ठहराव आया है।
       
उन्होंने कहा कि अब जिला में टेस्टिंग भी बढ़ाई गई है। पहले जहां प्रतिदिन 300 सैंपल लिए जाते थे वहीं अब प्राइवेट लैब तथा सरकारी प्रणाली को मिलाकर लगभग 2500 सैंपल लिए जा रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि गुरूग्राम के नागरिक अस्पताल में आरटीपीसीआर विधि से टेस्टिंग के लिए दो मशीनें लगाई गई हैं तथा रैपिड एंटीजन टेस्टिंग भी की जा रही है। उन्होंने ये भी कहा कि संक्रमित हुए लोगों में एंटीबाॅडिज बनने का आंकलन करने के लिए सीरो सर्वे किया जा रहा है। उपायुक्त ने यह भी बताया कि पहले जिस रफतार से गुरूग्राम में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही थी उसको देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा आइसोलेशन, क्वारंटाइन की सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। अब लोगों के सहयोग से संक्रमण नियंत्रित होने की वजह से उन सुविधाओं का काफी कम इस्तेमाल हुआ है जोकि सकारात्मक ट्रैंड है। श्री खत्री ने कहा कि अभी कोरोना का सफाया नही हुआ है इसलिए अभी भी नागरिकों को सजग रहने की आवश्यकता है, उसी से हम कोरोना संक्रमण को और कम कर पाएंगे।

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