घग्घर नदी में पानी रहा बस नाम मात्र 

ज्योति जांगड़ा, हिसार 

करीब 15 दिन पहले घग्गर नदी में उफान आया हुआ था। परंतु अब पहले की तरह पहाड़ों में बारिश ना होने से नदी अपने अस्तित्व में चली गई है। और पहाड़ी क्षेत्र में बारिश न होने के कारण नदी में कुछ मात्र पानी बह रहा है। हालांकि मानसून के चलते घग्गर नदी में पानी उफान पर आ जाता है और कई बार भयंकर बाढ़ का रूप भी ले लेता है। परंतु इस वर्ष कुछ दिनों से नदी में पीछे से पानी आना बहुत कम हो गया है और अभी घग्घर नदी सूखनी आरंभ हो गई है। वहीं नदी सूख जाने के बाद में पैदा होने वाले बदबू से लोगों का जीना हराम हो जाता। घग्घर नदी में संभावित बाढ़ को देखते हुए न केवल पिछले दिनों जिला उपायुक्त के अलावा हिसार मंडल के आयुक्त ने क्षेत्र का दौरा कर के बचाव को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए और जहां तक कि राजस्व विभाग के कर्मचारियों को नौका चलाने का प्रशिक्षण भी दिया गया था। इसके अतिरिक्त बाढ़ की रिपोर्ट को लेकर तहसील कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था। जिसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया था। इसके लिए संबंधित विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी भी नदी पर लगाई गई थी। 
विशेषज्ञों की मानें तो मानसून के चलते पहाड़ी क्षेत्र के अलावा पूरे उत्तर भारत में दोबारा बारिश हो सकती है ऐसी स्थिति में क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अगर पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश हुई तो नदी उफान पर आ सकती हैं। 
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