मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज यानी मामी बोर्ड को करण जौहर ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। करण मामी फेस्टिवल बोर्ड के सदस्य थे। सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड किए जाने के बाद से ही फिल्ममेकर पर नेपोटिज्म को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जा रहा है।
मामी की डायरेक्टर स्मृति किरण को इस्तीफा किया मेल
जानकारी के मुताबिक करण जौहर ने नेपोटिज्म के आरोपों से परेशान होने के बाद मामी की डायरेक्टर समृद्धि किरण को इस्तीफा मेल किया है। करण के इस फैसले के बाद दीपिका पादुकोण व फेस्टिवल की चेयर पर्सन ने उन्हें मनाने की बेइंतहा कोशिश की परंतु वे नहीं माने। मामी बोर्ड के सदस्यों की सूची में विक्रमादित्य मोटवाने, सिद्धार्थ रॉय कपूर, जोया अख्तर, दीपिका पादुकोण और काबित खान शामिल है।
कुछ रिपोर्ट्स ने यह भी दावा किया है कि करण जौहर बॉलीवुड सेलेब्स से भी नाराज हो गए हैं। लगातार लग रहे आरोपों के बाद कोई भी सेलिब्रिटी करण के साथ खड़ा नहीं हुआ।
सोशल मीडिया से दूरी -
करण जौहर बीते कुछ दिनों से खुद को लो प्रोफाइल रख रहे हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम का कमेंट सेक्शन भी आम जनता के लिए लॉक कर दिया है। ट्विटर पर भी केवल 8 लोगों को (अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, शाहरुख खान, नरेंद्र मोदी और चार ऑफिस मेंबर) को छोड़कर सभी को अनफॉलो कर दिया है।
शत्रुघ्न सिन्हा का मिला सपोर्ट-
नेपोटिज्म के मुद्दे पर केवल शत्रुघ्न सिन्हा ने ही करण जौहर का सपोर्ट किया है। सिन्हा ने कहा कि लोग अकारण ही करण को टार्गेट कर रहे हैं। आलिया को करण ने सफल किया है परंतु वह उनकी रिश्तेदार नहीं है। इस कारण उन पर आरोप लगाना गलत है। सिन्हा ने सुशांत सिंह राजपूत की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और सभी से निवेदन किया कि इस मुद्दे को ज्यादा गंभीर ने बनाएं।