भारी बारिश से फसल खराब होने की वजह से खंड पटौदी एवम फर्रूखनगर में क्षतिपूर्ति पोर्टल ना चलने के कारण विधायक पहुंचे चंडीगढ़ ।
शिवचरण पटौदी । विधायक सत्यप्रकाश जरावता पटौदी ने बादली और बाढसा से पटौदी और मानेसर की तुलना करने पर लोगों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह लोग कभी भी पटौदी को आगे बढ़ना नहीं देखना चाहते इसलिए ये लोग बार-बार पटौदी की तुलना बाढसा और बादली से करते हैं। पटौदी और मानेसर तो भविष्य के जिले हैं जबकि बादली तो पूर्णतया तहसील भी नहीं बन पाई। पटौदी और मानेसर के अंदर मास्टर शहरी विकास प्लान आ चुका जहां पर मास्टर शहरी विकास प्लान है वहां पर शहरी विकास ही लागू होता है जरावता ने कहा कि पटौदी के कुछ लोग व कुछ गांव जो शहरी विकास प्लान में शामिल नहीं होना चाहते उन पर शहरी विकास प्लान लागू हो या ना हो पर ग्रामीण विकास प्लान या एग्रीकल्चर ही लागू होना चाहिए और उसको पटौदी के मास्टर प्लान से बाहर रखा जाना चाहिए । जरावता ने कहा कि पटौदी के विकास को लेकर किसी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा । पटौदी मानेसर एनसीआर का अहम हिस्सा है और इसकी तुलना कभी भी बादली से नहीं की जा सकती जरावता ने विरोधियों पर आक्रमक हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने पटौदी को निजी स्वार्थों के लिए एक राजनीतिक हथियार के तौर पर हमेशा प्रयोग किया है पटौदी के विकास की किसी ने सोचा नहीं और आज जब पटौदी विकास की ओर बढ़ रही है तो विरोधियों को आपत्ति हो रही हैं । इसके अलावा पिछले दिनों से लगातार बारिश होने की वजह से खंड पटौदी और खंड फरुखनगर के किसानो की फसले (सरसों और गेहूं) बहुत खराब हो गई । किसानों को अपनी फसल की स्थिति दर्ज कराने के लिए जो क्षतिपूर्ति पोर्टल मेरा फसल मेरा ब्यौरा चलाया गया था उस पोर्टल के खुलने में कुछ समस्या हो रही थी जिससे चिंतित होकर विधायक सत्यप्रकाश जरावता सभी गांव की जो किसानों के खराब फसलों की सूची है वो सभी सूचिया आज चंडीगढ़ लेकर गए और उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर जी से मिलकर किसानों के क्षतिपूर्ति पोर्टल को खुलवाने की, कासन की 1810 एकड़ जमीन व गांव जनौला को नगर परिषद से अलग करने के बारे में चर्चा की जिसमे बताया की अब सभी गांव के लिए पोर्टल खोल दिया गया है कोई भी गांव का क्षतिपूर्ति पोर्टल बंद नहीं है । किसान अब बिना परेशानी से अपनी फसल की स्थिति दर्ज कर सकते है । विधायक ने बताया कि किसानों को उनकी फसल का मुआवजा दिया जाएगा । इसके अलावा कुछ लोगों ने कहा कि हम नगर परिषद से अलग होना चाहते हैं इस बारे में जरावता ने बताया कि मुझे ऐसा लगता है कि पटौदी के विकास को रोकने के लिए कोई बड़ी साजिश चलाई जा रही है एलिवेटेड फ्लाईओवर का विरोध भी चिन्हित लोगों के समर्थन के द्वारा उसका नेतृत्व किया गया, नेशनल हाईवे 352 जो बन रहा है उसका काम भी कुछ लोगों द्वारा रोका गया, पंचगांव में जो पंचायत हुई उसके अध्यक्षता भी किसी चिन्हित कार्यकर्ता के द्वारा की गई इसके अलावा अब ये ज्ञापन है जो कि पटौदी का विकास रोकने के लिए किसी के इशारे पर पटौदी के विरुद्ध बड़ी साजिश रची जा रही है । जरावता ने कहा कि लोगों को आज पटौदी का विकास हजम नहीं हो रहा आज सबको पता है कि पटौदी आने वाले समय में दिल्ली के नजदीक सबसे बढ़िया और बेहतरीन शहर बनने जा रहा है इसलिए कुछ रुकावट डालने के लिए जो इलाके के कुछ लोग यह चाहते हैं कि पटौदी में कोई विकास ना हो, पटौदी में ना मास्टर प्लान आए, ना पटौदी में स्कूल हो, ना पटौदी में पीने का पानी आए, ना पटौदी नगर परिषद बने, ना मानेसर सब डिविजन बने व ना मानेसर निगम रहे इन लोगों को इलाके में विकास होने से कोई लेना देना नहीं है ।आज जो हमारा लक्ष्य है कि पटौदी को पलवल, झज्जर और सोहना के मुकाबले में आगे बढ़ाया जाए तो उस मुहिम को तोड़ने के लिए आज यह नए-नए विरोधी लोग, कांग्रेस के लोग और दूसरी पार्टियों के लोग इकट्ठे होकर इनका विरोध कर रहे हैं लेकिन जरावता ने कहा कि इन सब विरोधो से उनके पैर डगमगाने वाले नहीं और पटौदी के विकास को लेकर किसी से कोई समझौता नहीं होगा । पटौदी का डेवलपमेंट होकर रहेगा चाहे कोई कितना भी विरोध क्यों ना करें । पटौदी में जो प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं वो सारे प्रोजेक्ट जल्द ही पूरे होंगे । मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी के नेतृत्व में पटौदी प्रदेश में आज एक अलग पहचान बना रहा है परंतु कुछ लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही है । इसके अलावा गांव हेड़ा हेडी के अंदर स्टेडियम के लिए व कॉलेज के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है और भोकरका में पानी के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है और छावन के आसपास बस स्टैंड बनाने की जगह तलाश की जा रही है वहीं नरहेडा या ऊंचा माजरा में केंद्रीय विद्यालय बनाने के लिए जगह तलाश की जा रही है ।