गरीब लोगों को खाना वितरण कर बाटी खुशियां

संस्था सदस्यों ने बच्चों को पाठन सामग्री की वितरित

रेवाडी ब्यूरो। 
कहते हैं इंसान को सबसे ज्यादा खुशी उस समय मिलती है जब वह किसी की मदद करता है। खासतौर से उस समय मिलती है जब किसी मजलूम या फिर संकट में रह रहे लोगों को मदद में उतरता है। इस कड़ी में जिले के रूध गाँव की एक आठ वर्षीय बेटी परी (दिशा ढिल्लन) ने छोटी से उम्र मे मानवता व महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की है।

बता दें कि समाजसेवी युवाओं की एक टोली युथ सोशलग्राम ने शहर के रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड के नजदीक झुग्गी झोपड़ियों में निवास करने वाले लोगों के नन्हें मुंन्हे नौनिहालों को पढ़ाने का जिम्मा लिया है। ऐसे ही एक युवाओं की टीम के सदस्य हंसराज ने आज अपनी बेटी परी के जन्मदिन पर बच्चों को खाना रूपी तोहफा दिया है। जन्मदिन पर बेटी परी ने अपने जन्मदिन को खास बनाने के लिए कुछ ऐसा कर दिया जिसके अब चर्चे शहर भर में गूंज रहे हैं। नन्ही बेटी परी ने बस्ती में रहने वाले बच्चों व महिलाओ को खाना वितरित कर उनके साथ ही नाश्ता किया ओर बोली मैं हर वर्ष अपना जन्मदिन इसी प्रकार आपके साथ मनाना पसंद करूँगी। उसी के साथ संस्था सदस्यों ने बच्चों को उनके पठन पाठन की सामग्री वितरित की। 

पढ़ाई ऐसी वस्तु है जिसे नहीं बांट सकता कोई- अमित
मुहिम के संचालक अमित शर्मा का कहना है कि दुनिया में केवल पढ़ाई ही ऐसी वस्तु है जिसे कोई नहीं बांट सकता। इसका जितना अधिक उपयोग करेंगे, यह और उतना ही बढ़ेगी। जब बच्चे उपहार पाते हैं तो उनका उत्साह बढ़ता है। मुहिम बच्चों को शिक्षा दे रही शिक्षिका अंजलि ने भी बच्चो संग जन्मदिन मनाया और टाफियां बांटी। इस मौके पर संस्था के निदेशक अमित शर्मा, छात्रा प्रेरणा व अंजली संग अन्य गणमानय लोग मौजूद रहे।
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