बेटा नहीं, बेटी के जन्म पर हुआ कुआं पूजन, कराया भोज

बिटिया होने पर बेटा पैदा होने पर होने वाली सभी रस्मों को निभाया

रेवाड़ी ब्यूरो। 
रेवाड़ी जिले के रुध गांव में हंसराज एवं रीना के घर पर जश्न का माहौल देखकर प्रत्येक व्यक्ति हैरान था। कारण था इनको चौथी संतान के रूप में  भी बिटिया पैदा हुई।
लक्ष्मी के घर पर आने पर इस परिवार ने न केवल बिटिया का बैंड़बाजे के साथ कुआं पूजन किया बल्कि लोगों को मिठाईयां भी वितरित की। यह कार्यक्रम दादा मुख्तार सिंह व दादी हंसकोर को चौथी पोती होने पर किया गया। इस कुआ पूजन में गांव की सैकड़ों महिलाएं शामिल हुईं।
रीना को चौथी संतान के रूप में आठ नवंबर 2021 को बिटिया ने जन्म लिया। इस परिवार ने पहले से ही तय किया हुआ था कि बिटिया होने पर इस बार वे बेटा पैदा होने पर होने वाली सभी रस्मों को निभाएंगें।रीना के घर में जन्मी बेटी के कुआं पूजन की तिथि पंड़ितों के अनुसार 5 दिसबर की निकली। हंसराज एवं रीना ने अपनी बिटिया के कुआं पूजन की सारी तैयारियां की। घर पर महिला संगीत का आयोजन करने के साथ-साथ लोगों को लड्डू वितरित किए।गांव भर की महिलाओं को दिया गया न्यौता। सभी धर्मों एवं वर्गों के लोग हंसराज एवं रीना की बेटी के कुआं पूजन में शामिल होकर घर की लक्ष्मी को आशीर्वाद दिया।
इतना ही नहीं कुआं पूजन के लिए बाकायदा गांव में महिलाओं को न्यौता दिया गया। बैंड़बाजे के साथ महिलाएं रीना की उसकी बेटी का कुआं पूजन करवाने के लिए ले गए।गांव में सभी समुदाय के लोग इस बात को कहने लगे कि हंसराज एवं रीना की तरह से यदि प्रत्येक व्यक्ति अपनी बेटी को बेटे के बराबर समझकर सारे काम करे तो वह दिन दूर नहीं जबकि समाज में बेटियों को भी पूरा सम्मान मिलेगा।
हंसराज एवं रीना ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से लगातार जागरूकता बढ रही हैं। उन्होंने भी इस योजना से प्रेरित होकर बेटी में कोई फर्क नहीं समझा और उसके जन्म पर बेटे के जन्म की तरह ही आयोजन किए गए।इस अवसर पर नाना राजवीर दादा मुख्तयार सिंह, महेंद्र  सिंह,संतराम, नम्बरदार बस्तीराम संग आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कमलेश आशा वर्कर ज्योती एवं गांव की काफी महिलाएं एवं पुरुष मौजूद थे।
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