हवन एवं महा प्रसादी (भंडारे) का हुआ आयोजन
गुरुग्राम गोस्वामी समाज ने बहोड़ाकलां में मनाई भगवान दत्तात्रेय की जयंती
शिवचरण (शिवा) गुरुग्राम ब्यूरो।
जिले में प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी भगवान दत्तात्रेय की जयंती गुरुग्राम गोस्वामी समाज द्वारा गांव बहोडा कलां में धूमधाम से मनाई गई। अखिल भारतीय दसनाम गोस्वामी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर महेश गिरी द्वारा द्वीप प्रज्वलित करके भगवान दत्तात्रेय को पुष्प अर्पित किए गए उन्होंने बताया कि यह मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को दत्तात्रेय जयंती के रूप में भी मनाई जाती है। इस वर्ष यह 18 दिसंबर को मनाई गई।
मान्यता अनुसार इस दिन भगवान दत्तात्रेय का जन्म हुआ था। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान दत्तात्रेय को ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों का स्वरूप माना जाता है। दत्तात्रेय में ईश्वर एवं गुरु दोनों रूप समाहित हैं जिस कारण इन्हें श्री गुरुदेवदत्त भी कहा जाता है।मान्यता अनुसार दत्तात्रेय का जन्म मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को प्रदोषकाल में हुआ था। श्रीमद्भागवत के अनुसार दत्तात्रेय जी ने 24 गुरुओं से शिक्षा प्राप्त की थी। भगवान दत्त के नाम पर दत्त संप्रदाय का उदय हुआ। दक्षिण भारत में इनके अनेक प्रसिद्ध मंदिर भी हैं। मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को भगवान दत्तात्रेय के निमित्त व्रत करने एवं उनके दर्शन-पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
गुरुग्राम गोस्वामी समाज द्वारा भगवान दत्तात्रेय की जयंती पर हवन एवं महा प्रसादी (भंडारे) का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय दसनाम गोस्वामी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर महेश गिरी, गुरुग्राम गोस्वामी समाज के जिला अध्यक्ष राजेश गोस्वामी, जिला उपाध्यक्ष संजु गोस्वामी, राजेश गिरी, मुकेश गोस्वामी, पवन गोस्वामी, मोहन गोस्वामी आदि समस्त गोस्वामी परिवार उपस्थित रहे।