गूजें नारे सैनिकों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान

महाराष्ट्र सरकार बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन की मांग

महाराष्ट्र में न तो बेटी सुरक्षित न ही सैनिक सुरक्षित

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
 सिनेस्टार सुशांत सिंह राजपूत की मौत से लेकर, कंगना राणावत से होते हुए पूर्व सैनिक अधिकारी से मुंबई में की गई शिव सैनिकों के द्वारा मारपीट के मामले में सुलग रही आग की लपटें सैनिकों की खान कहे जाने वाले अहीरवाल के पटौदी इलाके में भी पहुंच गई । सोमवार देर शाम पटौदी क्षेत्र के पूर्व सैनिकों के द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पुतला फूंक कर मुंबई में पूर्व सैन्य अधिकारी मदन शर्मा के साथ शिव सैनिकों की गुंडई के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई ।

इससे पहले पटौदी क्षेत्र के विभिन्न गांवों के पूर्व सैनिक शिव मूर्ति पार्क परिसर में एकत्रित हुए । यहां पर विभिन्न पूर्व सैनिकों ने संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार आज पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है।  महाराष्ट्र विशेष रूप से मुंबई में ने तो बेटियां सुरक्षित हैं , नहीं पूर्व सैनिक सुरक्षित हैं और नहीं मीडिया को काम करने की आजादी है । महाराष्ट्र सरकार ने एक प्रकार से अघोषित आपातकाल लगा दिया है । वहां जो कोई भी सत्ता पक्ष और सत्ताधारी नेताओं के बारे में सवाल-जवाब करेगा तो उसको सरकारी संरक्षण प्राप्त शिवसेना के गुंडों से हमला करके पिटवा या जा रहा है ।

इस मौके पर कैप्टन कंवर सिंह, कैप्टन ओम प्रकाश, सूबेदार नरेश , सीपीओ जितेंद्र चैहान , महेश, अनिल भदौरिया , सूबेदार रामपाल यादव, लक्ष्मी नारायण, हवलदार राजेंद्र यादव, लाल सिंह, मुकेश, जगदीश, शेर सिंह , नायक जोरावर सिंह, अमित सिंह, अनुज सिंह, एडवोकेट सुधीर मुदगिल सहित अन्य लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए महाराष्ट्र सरकार और उद्धव ठाकरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वही सभी पूर्व सैनिकों की एक ही मांग रही किं महाराष्ट्र में तानाशाही और गुंडई पर उतारू उद्धव ठाकरे सरकार को महामहिम राष्ट्रपति अपने विशेष अधिकारों का उपयोग करते हुए बिना समय गवाएं वहां राष्ट्रपति शासन लागू करें । यही मांग पूर्व सैनिकों के द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से भी की गई है ।
मुंबई में पूर्व सैन्य अधिकारी मदन शर्मा पर किए गए जानलेवा हमले पर गुस्साए पटौदी के पूर्व सैनिकों ने दो टूक शब्दों में कहा कि सैनिकों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान और यदि जरूरत पड़ी तो पूर्व सैनिक मुंबई पहुंचकर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ भी अपना विरोध करने से पीछे नहीं हटेंगे । इसके बाद में सभी पूर्व सैनिक हाथों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पुतला और हाथों में बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए पटौदी चैराहे पर पहुंचे । वहां सैनिक एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए और उद्धव सरकार के विरुद्ध भड़ास निकालते हुए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के पुतले को आग के हवाले कर जूतों से भी पिटाई की गई। सैनिकों ने मांग की है कि मुंबई में पूर्व सेना अधिकारी मदन शर्मा के हमलावरों पर योजनाबद्ध हत्या के प्रयास सहित गुंडा एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर अविलंब सलाखों के पीछे डाला जाए।

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