यूपी सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी के बाद चेतन चौहान का कोरोना संक्रमण के चलते गुरुग्राम में निधन।
मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते उत्तरप्रदेश की राजनीति को और झटका लगा है। यूपी की तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी के बाद पूर्व क्रिकेटर व यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान का कोरोना के चलते गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल।में निधन हो गया। शनिवार को तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें लखनऊ पीजीआई से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में दाखिल करवाया गया था जहां उन्हें 36 घण्टे से वेंटिलेटर पर रखा गया था। चेतन चौहान 73 वर्ष के थे, उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेले थे।
उनके निधन पर राजनीतिक गलियारों में शोक प्रकट किया जा रहा है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, गृह मंत्री अमित शाह, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उन्हें श्रदांजलि दी।
चेतन चौहान के छोटे भाई पुष्पेंद्र ने कहा,"मेरे बड़े भाई चेतन चौहान बीमारी से लड़ते हुए आज हमें छोड़कर चले गए। मैं उन सभी का शुक्रिया करना चाहूंगा जिन्होंने उनके ठीक होने के लिये प्रार्थना की। उनका बेटा विनायक मेलबर्न से किसी भी समय पहुंच जायेगा और फिर हम उनका अंतिम संस्कार करेंगे।"
12 जुलाई को संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
गौरतलब है की चेतन चौहान को पिछले महीने की 12 तारीख को कोरोना से संक्रमित पाया गया था जिसके बाद उन्हें लखनऊ के एसजीपीजीआई(संजय गांधी पीजीआई) में भर्ती करवाया गया था। लेकिन शनिवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ़्ट किया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। जिसके चलते उन्हें 36 घण्टे से वेंटिलेटर पर रखा गया था लेकिन हालात में सुधार न होने के चलते व संक्रमण फ़ैलने से उनका निधन हो गया।
भारत के लिए 40 टेस्ट खेले थे।
चेतन चौहान का जन्म तत्कालीन यूनाइटेड प्रोविंस के मेरठ में 21 जुलाई 1947 को हुआ। 25 सितंबर 1969 को न्यूज़ीलैण्ड के ख़िलाफ़ भारतीय क्रिकेट टीम में टेस्ट डेब्यू खेला था। इससे पहले महाराष्ट्र व दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी में अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया था। वे मशहूर क्रिकेटर सुनील गावस्कर के साथ ओपनिंग बल्लेबाजी करते थे। उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट व 7 वनडे मैच खेले थे। 15 फरवरी 1981 को न्यूज़ीलैण्ड के ख़िलाफ़ उन्होंने अपना आख़िरी मैच खेला।
उत्तरप्रदेश के अमरोहा सीट से लोकसभा का चुनाव जीत राजनीति में रखा क़दम।
क्रिकेट से सन्यास लेकर चेतन चौहान ने राजनीति में अपने कैरियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से उत्तरप्रदेश की अमरोहा लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर की। 1991 व 1998 में अमरोहा सीट से दो बार लोकसभा सांसद बने। इसके बाद उन्हें 2016 से 2017 तक एनआईएफ़टी(नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी) का अध्यक्ष बनाया गया। 2017 में उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनावों में उन्होंने नौगांव सादत सीट से जीत दर्ज़ की व यूपी सरकार में यूथ व स्पोर्ट्स मंत्री नियुक्त किया गया।
1981 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।