मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
हरियाणा में कोरोना महामारी में आर्थिक संकट से जूझ रही सरकार के लिए जमीन की रजिस्ट्री के घोटाले ने सवालों के घेरे में डाल दिया था ऐसे में सरकार ने रजिस्ट्री को ऑनलाइन करने की घोषणा की थी। जिसकी शुरुआत सोमवार से हो गई है। नए सॉफ्टवेयर के तहत ग्रामीण क्षेत्र की रजिस्ट्री शुरू हो गई है। अगर किसी व्यक्ति के डाक्यूमेंट्स में कमी है तो सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्री के आवेदन स्वीकार नही किया जा सकेगा। वहीं शहरों में जमीन की रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट्स की प्रक्रिया आज से शुरू होगी।
22 जुलाई को भ्रष्टाचार के चलते रजिस्ट्री बंद की गई थी।
रेवेन्यू विभाग द्वारा जमीनों की रजिस्ट्री में भ्रष्टाचार के चलते 22 जुलाई से जमीन की रजिस्ट्री बंद कर करने का फ़ैसला लिया था। प्रदेश सरकार को रजिस्ट्री घोटाले के चलते विपक्ष ने भी घेरा था। सरकार की तऱफ से रजिस्ट्रियों में घोटाले में शामिल तहसीलदारों व पटवारियों को सस्पेंड किया गया था व साथ कईयों के खिलाफ भ्रष्टाचार व रिश्वत लेने को लेकर केस भी दर्ज़ किए गए थे। सरकार की तरफ से कहा गया था कि एक नया सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा जिसमें गड़बड़ होने की आशंका नहीं रहेगी।
रजिस्ट्री बंद करने पर सरकार की तरफ़ से दलील दी गई थी कि ऑनलाइन सिस्टम को दुरस्त किया जा रहा है जिससे आम जनमानस को परेशानी न उठानी पड़े। उपमुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया था कि सरकार ऑनलाइन रजिस्ट्री में ऐसी तकनीक लाने जा रही है जिससे ईमेल में जमीन रजिस्ट्री की हिस्ट्री प्राप्त हो जाएगी।