रात के अंधेरे में आग लगाई जा रही हैं ढेर के अंदर
हेलीमंडी में कूड़ा डंपिंग साइट को लेकर है विवाद
पॉलिथीन सहित अन्य पदार्थ जलने से वातावरण प्रदूषित
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी इलाके के हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में कूड़ा करकट डंपिंग साइट को लेकर बीते करीब 2 वर्ष से बना विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा। कुछ दिन पहले भी बाबा हरदेवा कॉलोनी वार्ड 7 और 8 मैं त्रिवेणी वनस्थली परिसर के आसपास जहां पर अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के आवास भी हैं , कूड़ा करकट डाले जाने को लेकर खूब विवाद हो चुका है । 2 जुलाई को खुले दरबार में पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता के द्वारा निवर्तमान एसडीएम राजेश प्रजापत की मौजूदगी में साफ निर्देश दिए गए थे, कि जब तक कूड़ा डंपिंग साइट फाइनल नहीं हो जाती संबंधित स्थान पर जो भी निर्माण कार्य हो रहा है वह रोक दिया जाना चाहिए।
बहरहाल बात है हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में साफ सफाई की । यह जानकर हैरानी होगी कि हेलीमंडी नगर पालिका में विभिन्न वार्डो से कूड़ा करकट उठाने और साफ सफाई के लिए वार्षिक एक करोड़ रुपए का ठेका छोड़ा हुआ है। लेकिन हालात को देखें तो साफ सफाई व्यवस्था को साफ-साफ ठेंगा दिखाया जा रहा है । आलम यह है कि आज भी विभिन्न वार्डों के साथ-साथ मार्केट के आसपास ऐसे कई स्थान हैं, जहां कूड़े करकट के ढेर लगे रहते हैं । ऐसे कूड़े करकट के ढेर में पॉलिथीन और अन्य प्रकार के सामान को फेंक दिया जाता है। जिस स्थान पर यह कूड़ा करकट का ढेर लगा रहता है , उसके आसपास ही प्राइवेट अस्पताल, मार्केट और आवासीय क्षेत्र भी है । दिन ढलते ही यहां अक्सर कूड़े के ढेर में आग लगा दी जाती है। आग लगने से पॉलीथिन व अन्य प्रकार का कूड़ा करकट जलने से फैलने वाला दुआ गर्मी और उमस के मौसम में गंभीर समस्या बन जाता है ।
यहां तक की गले सड़े कूड़े करकट के साथ पॉलिथीन जलने से फैलने वाली दुर्गंध में सांस लेना तक दुभर हो रहा है । स्थानीय लोगों और निवासियों की माने तो हेलीमंडी पालिका प्रशासन के द्वारा साफ सफाई के लिए ठेका छोड़ दीया जाने के बाद जो भी वाहन हैं, वह यहां से कूड़ा करकट साफ करने की तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे और ना ही कूड़ा उठाकर ले जाने की जरूरत महसूस की जा रही है । स्थानीय निवासियों का खरा सवाल है कि जब पालिका प्रशासन ने एक करोड़ वार्षिक कूड़ा कचरा साफ करने का ठेका दिया हुआ है तो साफ सफाई के साथ ऐसा कूड़ा जिसके जलने से असहनीय दुर्गंध और पॉलिथीन जलने से निकलने वाली गैस से छुटकारे की व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही ? स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि जहां-जहां भी कूड़े के ढेर लगे हैं, विशेषकर पॉलीथिन व अन्य ज्वलनशील पदार्थ । ऐसे कूड़े करकट के ढेर को मानसून जो कि बरसाती बीमारियों का समय होता है ध्यान में रखते हुए अविलंब साफ सफाई करवाई जाए ।
हेलीमंडी में कूड़ा डंपिंग साइट को लेकर है विवाद
पॉलिथीन सहित अन्य पदार्थ जलने से वातावरण प्रदूषित
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी इलाके के हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में कूड़ा करकट डंपिंग साइट को लेकर बीते करीब 2 वर्ष से बना विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा। कुछ दिन पहले भी बाबा हरदेवा कॉलोनी वार्ड 7 और 8 मैं त्रिवेणी वनस्थली परिसर के आसपास जहां पर अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के आवास भी हैं , कूड़ा करकट डाले जाने को लेकर खूब विवाद हो चुका है । 2 जुलाई को खुले दरबार में पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता के द्वारा निवर्तमान एसडीएम राजेश प्रजापत की मौजूदगी में साफ निर्देश दिए गए थे, कि जब तक कूड़ा डंपिंग साइट फाइनल नहीं हो जाती संबंधित स्थान पर जो भी निर्माण कार्य हो रहा है वह रोक दिया जाना चाहिए।
बहरहाल बात है हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में साफ सफाई की । यह जानकर हैरानी होगी कि हेलीमंडी नगर पालिका में विभिन्न वार्डो से कूड़ा करकट उठाने और साफ सफाई के लिए वार्षिक एक करोड़ रुपए का ठेका छोड़ा हुआ है। लेकिन हालात को देखें तो साफ सफाई व्यवस्था को साफ-साफ ठेंगा दिखाया जा रहा है । आलम यह है कि आज भी विभिन्न वार्डों के साथ-साथ मार्केट के आसपास ऐसे कई स्थान हैं, जहां कूड़े करकट के ढेर लगे रहते हैं । ऐसे कूड़े करकट के ढेर में पॉलिथीन और अन्य प्रकार के सामान को फेंक दिया जाता है। जिस स्थान पर यह कूड़ा करकट का ढेर लगा रहता है , उसके आसपास ही प्राइवेट अस्पताल, मार्केट और आवासीय क्षेत्र भी है । दिन ढलते ही यहां अक्सर कूड़े के ढेर में आग लगा दी जाती है। आग लगने से पॉलीथिन व अन्य प्रकार का कूड़ा करकट जलने से फैलने वाला दुआ गर्मी और उमस के मौसम में गंभीर समस्या बन जाता है ।
यहां तक की गले सड़े कूड़े करकट के साथ पॉलिथीन जलने से फैलने वाली दुर्गंध में सांस लेना तक दुभर हो रहा है । स्थानीय लोगों और निवासियों की माने तो हेलीमंडी पालिका प्रशासन के द्वारा साफ सफाई के लिए ठेका छोड़ दीया जाने के बाद जो भी वाहन हैं, वह यहां से कूड़ा करकट साफ करने की तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे और ना ही कूड़ा उठाकर ले जाने की जरूरत महसूस की जा रही है । स्थानीय निवासियों का खरा सवाल है कि जब पालिका प्रशासन ने एक करोड़ वार्षिक कूड़ा कचरा साफ करने का ठेका दिया हुआ है तो साफ सफाई के साथ ऐसा कूड़ा जिसके जलने से असहनीय दुर्गंध और पॉलिथीन जलने से निकलने वाली गैस से छुटकारे की व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही ? स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि जहां-जहां भी कूड़े के ढेर लगे हैं, विशेषकर पॉलीथिन व अन्य ज्वलनशील पदार्थ । ऐसे कूड़े करकट के ढेर को मानसून जो कि बरसाती बीमारियों का समय होता है ध्यान में रखते हुए अविलंब साफ सफाई करवाई जाए ।