अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प व माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला के बीच हुई बातचीत के बाद रास्ता हुआ साफ़।

मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
अमेरिका और चीन की खींचतान में मशहूर सोशल मीडिया एप्लीकेशन टिकटोक इन दिनों काफ़ी सुर्खियों में है। हाल ही में भारत द्वारा टिकटोक समेत 59 एप्पस को बैन करने के बाद शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी अमेरिका में टिकटोक को बैन करने की चेतावनी दी थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने टिकटोक को अमेरिकी लोगों का निज़ी डेटा लीक होने का हवाला दिया है। लेकिन इसी बीच मशहूर सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बैठक के बाद टिकटोक को थोड़ी राहत मिली है। माइक्रोसॉफ्ट ने अमेरिका में टिकटोक के बिजनेस को खरीदने की पहल की है जिसके बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने फ़ैसले को टालते हुए माइक्रोसॉफ्ट को 45 दिन में डील पूरी करने का समय दिया है।

टिकटोक के बिज़नेस को खरीदने जा रही है।

माइक्रोसॉफ्ट ने अपने आधिकारिक ब्लॉग।में बताया कि माइक्रोसॉफ्ट और टिकटोक की स्वामित्व कंपनी बाईट-डांस में बात चल रही है इसी साल 15 सिंतबर तक डील हो सकती है। कंपनी ने कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट के चीफ़ एक्जीक्यूटिव अधिकारी सत्या नडेला की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से रविवार को बात हुई है। कंपनी ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि वो राष्ट्रपति ट्रंप की सुरक्षा संबंधी चिंताओं को 'महत्व देने की पूरी तरह से सराहना' करता है।

लोगों का डेटा अमेरिका के सर्वर में स्टोर किया जाएगा।

कंपनी ने बताया कि वो ऐप की सुरक्षा को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि वो अमेरिका सरकार को इस सौदे से होने वाले आर्थिक फ़ायदे को भी सरकार के सामने विस्तार से रखेंगे। कंपनी ने कहा कि वे टिकटोक के ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, कनाडा व ब्रिटेन के बिजनेस को ख़रीदने की इच्छा भी रखते हैं। कंपनी इस बात को लेकर लोगों को आश्वस्त करेगी कि इस डील से अमेरिका के लोगों का निज़ी डेटा अमेरिका में ही रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि जो भी डेटा अमेरिका से बाहर स्टोर या स्थानांतरित किया गया है उसे वहां से हटाकर अमेरिका के सर्वर में स्टोर किया जाएगा।

इसके साथ ही माइक्रोसॉफ्ट ने अपने ब्लॉग में लिखा कि अभी वे टिकटोक के साथ डील के शुरुआती चरण ने हैं और यह सुनिश्चित नही है की डील निश्चित तौर पर हो जाएगी।

इसे माइक्रोसॉफ्ट को मजबूत पकड़ मिलेगी।

माइक्रोसॉफ्ट तकनीकी निर्माता कंपनी है जोकि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज व ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए जानी जाती है। माइक्रोसॉफ्ट को 4 अप्रेल 1974 को बिल गेट्स व पॉल एलेन ने मिलकर बनाया था। 2014 में भारत के हैदराबाद से ताल्लुक रखने वाले सत्य नडेला को कंपनी ने चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नियुक्त किया। 

टिकटोक व माइक्रोसॉफ्ट की डील से माइक्रोसॉफ्ट को मजबूत पकड़ मिलेगी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म लिंकेडीन माइक्रोसॉफ्ट का ही है। इसके साथ ही टिकटोक का अमेरिका में बिजनेस 15 डॉलर से 30 डॉलर तक आंका गया है। 

टिकटोक ने अभी डील पर टिप्पणी करने से मना किया।

भारत-चीन सीमा विवाद पर खींचतान के बाद भारत ने टिकटोक समेत 59 एप्स पर प्रतिबन्ध लगाया था। जानकरों के मुताबिक चीन का दुनियाभर में आक्रमक रुख़ के चलते टिकटोक को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। 

माइक्रोसॉफ्ट व टिकटोक की संभावित डील पर अभी टिकटोक ने कोई भी आधिकारिक टिप्पणी करने का मना कर दिया है। लेकिन एक प्रवक्ता ने कहा कि हम अफवाह और अटकलों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करने जा रहे है, टिकटोक के लंबे वक्त तक कामयाबी होने का हमें भरोसा है।"

टिकटोक ने दोहराया कि यूजर्स के निज़ी डेटा व गोपनीयता की सुरक्षा को लेकर हम प्रतिबद्ध हैं।

मौजूदा आरोप-प्रत्यारोप और गतिरोध पर टिकटोक ने कहा है कि, "टिकटोक के अमरीकी यूजर्स का डेटा अमरीका में ही स्टोर होता है। इस पर सख्त नियंत्रण रखा जाता है। टिकटोक के सबसे बड़े निवेशक अमरीका से ही है।" टिकटोक के प्रवक्ता ने कहा कि इस साल करीब 1 हज़ार लोगों को हमने रोजगार दिया है व हमे गर्व है की आने वाले समय में हम 10 हज़ार लोगों को रोजगार देने जा रहे हैं।
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