महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव का संकल्प हुआ पूरा 101 कन्याओं के विवाह की पहली शुरुआत हुई 24 जून से यह 30 जून तक होंगे 101 कन्याओं के विवाह कोरोनावायरस के चलते एक साथ सामूहिक नहीं हो सकते हैं।
शिवचरण,पटौदी।
आश्रम हरी मंदिर संस्कृत महाविद्यालय पटौदी का शताब्दी वर्ष है 100 साल हो चुके हैं संस्था को
करीब 4 वर्ष पहले आश्रम हरी मंदिर संस्कृत महाविद्यालय पटौदी के अधिष्ठाता स्वामी धर्मदेव महाराज ने संकल्प लिया था कि वह संस्था के 100 वर्ष पूरे होने पर 101 कन्याओं का सामूहिक विवाह करेंगे अप्रैल माह में संस्था के 100 वर्ष पूरे हो गए लेकिन कोरोनावायरस के चलते हुए संस्था अपना सताब्दी नहीं मना सकी लेकिन स्वामी धर्मदेव महाराज ने जो 101 कन्याओं का संकल्प लिया था वह पूर्ण करना जरूरी था आज वह समय आ गया कि उनके द्वारा लिया गया संकल्प कि आज शुरुआत हो गई है
आज पटौदी हरि मंदिर के अंदर उन्होंने अपनी पहली दत्तक पुत्री का विवाह कर संकल्प की शुरुआत कर दी है महाराज धर्मदेव जी ने 101 बेटियों की शादी करा कर उन सभी के पीता ओ को कर्ज की गुलामी से बचा भी लिया और महाराज धर्मदेव जी ने संदेश दिया भी दिया
ना नशा करो, ना वार करो, करना है अगर तो प्यार करो
आपको बता दें की जिन 101 कन्याओं का विवाह स्वामी धर्मदेव जी महाराज कर रहे हैं उन सभी नवविवाहित जोड़ों को दहेज के रूप में जो भी घरेलू सामान की जरूरत होती है वह संस्था की ओर से सप्रेम भेंट की जा रही है हमारे संवाददाता मीर सिंह से बात करते हुए स्वामी धर्मदेव ने बताया कि 100 वर्ष पूर्व हमारे दादा गुरु स्वामी अमरदेव जी महाराज ने इस संस्था की नींव रखी थी लेकिन 1947 में देश विभाजन के बाद वहां से चलकर पटौदी में संस्था की स्थापना की और वर्ष संस्था ने अपने 100 वर्ष पूरे कर लिए हैं लेकिन करो ना महामारी को देखते हुए मानव हित मैं हमने शताब्दी वर्ष को स्थगित कर दिया लेकिन जो संकल्प लिया था 101 कन्याओं के विवाह का वह आज हम पूर्ण कर रहे हैं