स्पीड कंट्रोल के लिए नहीं है किसी भी प्रकार के इंतजाम
हादसों में अधिकांश दो पहिया वाहन चालकों की हुई मौत
रेलवे ओवर ब्रिज पर सुरक्षा प्रबंध को लेकर हुई पंचायत
फतह सिंह उजाला
पटौदी । बिलासपुर-पटौदी और कुलाना के बीच में हेलीमंडी क्षेत्र में बना रेलवे ओवर ब्रिज उद्घाटन के बाद से ही हादसों के साथ-साथ जान का दुश्मन भी बना हुआ है। बीते एक दशक के दौरान यहां पर अनेक हादसे और दुर्घटनाएं हो चुकी हैं । इन दुर्घटनाओं में सबसे दुखद और खास बात यह रही है कि अधिकांश दो पहिया वाहन चालकों और अन्य वाहनों के बीच में ही भिड़ंत हुई है और ऐसे हादसों में सबसे अधिक जान भी दो पहिया वाहन चालक सवारों की ही गई है।
इसी मुद्दे को लेकर रविवार को जाटोली में एक पंचायत का आयोजन सतपाल चैहान की अध्यक्षता में किया गया । इस पंचायत में मुख्य रूप से हेलीमंडी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन जगदीश सिंह, सतपाल चैहान, कैप्टन जनक सिंह चैहान, राज सिंह, सूबेदार किशोर, पूर्व दैनिक यात्री संघ के अध्यक्ष गुलशन शर्मा ,धर्मवीर सैनी, पार्षद रिंकू ,सतबीर पंवार , मास्टर सुरेंद्र चैहान, रवि चैहान, ओमप्रकाश खनगवाल सहित अन्य लोग भी शामिल रहे।
पंचायत में मुख्य मुद्दा यही रहा कि हेलीमंडी में बनाया गया रेलवे ओवर ब्रिज चैड़ाई में अपेक्षाकृत कम और यह बीचो बीच में आकर आकर गोलाई में भी है। जिसके कारण एक दूसरी तरफ से आने वाले वाहन चालक एक दूसरे को नहीं देख पाते हैं। इसी में सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी है कि रेलवे लाइन के ऊपर रेलवे और ब्रिज के बीचो-बीच यहां पर बनी सीढ़ियों से चढ़ने के बाद बहुत से यात्री और ग्रामीण अपने-अपने गांवों कस्बों को आवागमन करने के लिए यही सही वाहनों में भी सवार होते हैं । जिसके कारण सवारी लाने ले जाने वाले वाहन अक्षर रेलवे लाइन के ऊपर रेलवे ओवरब्रिज पर बीचो बीच में ही ठहरते भी हैं ।
पंचायत में मुख्य मुद्दा यही रहा कि संबंधित विभाग का रेलवे ओवरब्रिज की खामियों की तरफ ध्यान दिला कर इन्हें दूर कराते हुए सुरक्षा के दृष्टिगत यहां पर तमाम प्रकार के उचित प्रबंध अथवा व्यवस्था की जाए । इनमें मुख्य रूप से रेलवे ओवरब्रिज के बीचो-बीच में प्लास्टिक के छोटे स्पीड ब्रेकर लगाना भी एक प्रस्ताव पंचायत के बीच में रखा गया । वही स्पीड कंट्रोल अथवा स्पीड लिमिट के लिए भी रेलवे ओवर ब्रिज के दोनों तरफ साइन बोर्ड लगवाए जाने की बात पंचायत में कही गई। पंचायत में एक तरफ तो यह मुद्दा उठाया गया कि इस रेलवे और ब्रिज की चैड़ाई कम है , वही इस बात पर भी जोर दिया गया कि इस रेलवे और ब्रिज पर बीचो-बीच में डिवाइडर बनाया जाए। जिससे कि वाहन चालक एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में ओवरटेक नहीं कर सके । अक्सर हादसों का कारण तेज गति से आना और वाहनों का एक दूसरे से ओवरटेक करना भी मुख्य कारण रहा है ।
पंचायत के अंत में फैसला लिया गया कि हेलीमंडी रेलवे और ब्रिज की तमाम खामियां और यहां की कमियों को दूर करने के लिए शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल पटौदी के एसडीएम से मिलकर इस बात के लिए ज्ञापन सोपेगा । जिससे कि संभावित हादसों पर लगाम कसी जा सके ,वही पंचायत में सर्वसम्मति से यह फैसला भी किया गया कि जल्द ही जाटोली हेलीमंडी इलाके में सुरक्षित वाहन चलाने के लिए एक जागरूकता रैली भी निकाली जाएगी । वही पंचायत में प्रबुद्ध लोगों के द्वारा इस बात पर खासतौर से जोर दिया गया कि दोपहिया वाहन चालक युवाओं को अथवा अन्य वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ जागरूक किया जाना भी बहुत जरूरी है।
हादसों में अधिकांश दो पहिया वाहन चालकों की हुई मौत
रेलवे ओवर ब्रिज पर सुरक्षा प्रबंध को लेकर हुई पंचायत
फतह सिंह उजाला
पटौदी । बिलासपुर-पटौदी और कुलाना के बीच में हेलीमंडी क्षेत्र में बना रेलवे ओवर ब्रिज उद्घाटन के बाद से ही हादसों के साथ-साथ जान का दुश्मन भी बना हुआ है। बीते एक दशक के दौरान यहां पर अनेक हादसे और दुर्घटनाएं हो चुकी हैं । इन दुर्घटनाओं में सबसे दुखद और खास बात यह रही है कि अधिकांश दो पहिया वाहन चालकों और अन्य वाहनों के बीच में ही भिड़ंत हुई है और ऐसे हादसों में सबसे अधिक जान भी दो पहिया वाहन चालक सवारों की ही गई है।
इसी मुद्दे को लेकर रविवार को जाटोली में एक पंचायत का आयोजन सतपाल चैहान की अध्यक्षता में किया गया । इस पंचायत में मुख्य रूप से हेलीमंडी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन जगदीश सिंह, सतपाल चैहान, कैप्टन जनक सिंह चैहान, राज सिंह, सूबेदार किशोर, पूर्व दैनिक यात्री संघ के अध्यक्ष गुलशन शर्मा ,धर्मवीर सैनी, पार्षद रिंकू ,सतबीर पंवार , मास्टर सुरेंद्र चैहान, रवि चैहान, ओमप्रकाश खनगवाल सहित अन्य लोग भी शामिल रहे।
पंचायत में मुख्य मुद्दा यही रहा कि हेलीमंडी में बनाया गया रेलवे ओवर ब्रिज चैड़ाई में अपेक्षाकृत कम और यह बीचो बीच में आकर आकर गोलाई में भी है। जिसके कारण एक दूसरी तरफ से आने वाले वाहन चालक एक दूसरे को नहीं देख पाते हैं। इसी में सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी है कि रेलवे लाइन के ऊपर रेलवे और ब्रिज के बीचो-बीच यहां पर बनी सीढ़ियों से चढ़ने के बाद बहुत से यात्री और ग्रामीण अपने-अपने गांवों कस्बों को आवागमन करने के लिए यही सही वाहनों में भी सवार होते हैं । जिसके कारण सवारी लाने ले जाने वाले वाहन अक्षर रेलवे लाइन के ऊपर रेलवे ओवरब्रिज पर बीचो बीच में ही ठहरते भी हैं ।
पंचायत में मुख्य मुद्दा यही रहा कि संबंधित विभाग का रेलवे ओवरब्रिज की खामियों की तरफ ध्यान दिला कर इन्हें दूर कराते हुए सुरक्षा के दृष्टिगत यहां पर तमाम प्रकार के उचित प्रबंध अथवा व्यवस्था की जाए । इनमें मुख्य रूप से रेलवे ओवरब्रिज के बीचो-बीच में प्लास्टिक के छोटे स्पीड ब्रेकर लगाना भी एक प्रस्ताव पंचायत के बीच में रखा गया । वही स्पीड कंट्रोल अथवा स्पीड लिमिट के लिए भी रेलवे ओवर ब्रिज के दोनों तरफ साइन बोर्ड लगवाए जाने की बात पंचायत में कही गई। पंचायत में एक तरफ तो यह मुद्दा उठाया गया कि इस रेलवे और ब्रिज की चैड़ाई कम है , वही इस बात पर भी जोर दिया गया कि इस रेलवे और ब्रिज पर बीचो-बीच में डिवाइडर बनाया जाए। जिससे कि वाहन चालक एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में ओवरटेक नहीं कर सके । अक्सर हादसों का कारण तेज गति से आना और वाहनों का एक दूसरे से ओवरटेक करना भी मुख्य कारण रहा है ।
पंचायत के अंत में फैसला लिया गया कि हेलीमंडी रेलवे और ब्रिज की तमाम खामियां और यहां की कमियों को दूर करने के लिए शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल पटौदी के एसडीएम से मिलकर इस बात के लिए ज्ञापन सोपेगा । जिससे कि संभावित हादसों पर लगाम कसी जा सके ,वही पंचायत में सर्वसम्मति से यह फैसला भी किया गया कि जल्द ही जाटोली हेलीमंडी इलाके में सुरक्षित वाहन चलाने के लिए एक जागरूकता रैली भी निकाली जाएगी । वही पंचायत में प्रबुद्ध लोगों के द्वारा इस बात पर खासतौर से जोर दिया गया कि दोपहिया वाहन चालक युवाओं को अथवा अन्य वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ जागरूक किया जाना भी बहुत जरूरी है।