रामबिलास शर्मा बोले कार सेवक के रूप में सम्मानित होना मेरा गौरव
विश्व हिंदु परिषद की ओर से 1990 के कार सेवकों को किया सम्मानित
फतह सिंह उजाला
पटौदी । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के शुभारंभ होने पर विश्व हिंदु परिषद द्वारा बुधवार को 30 अक्टूबर 1990 को अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा से अयोध्या में गए कार सेवकों के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कार सेवकों तथा उनके परिजनों को भी सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में पूर्व शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा भी शामिल थे। इस कार्यक्रम का आयोजन जयराम सदन में किया गया।
महाकाल मंदिर बोहड़कला और मंहत लक्ष्मण गिरि गौशाला बूचावास के संचालक मंहम बिठ्ठल गिरि ने कहा अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस शिलान्यास कार्यक्रम के चलते देश भर में जश्न का माहौल है। इसी कड़ी में विश्व हिंदु परिषद की स्थानीय इकाई द्वारा भी एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 1990 में महेंद्रगढ़ से अयोध्या गए 57 कार सेवकों व उनके परिजनों को सम्मानित किया। अयोध्या में कार सेवक पूर्व शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा की अध्यक्षता में अयोध्या गए थे। जहां पर इनको गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था। वहीं इनको अनेक यात्नाएं भी दी गई थी। जयराम सदन में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत लक्ष्मणगिरी गोशाला बूचावास के विठ्ठल गिरी महाराज ने की। वहीं विश्व हिंदु की ओर से जिला उपाध्यक्ष दया शंकर तिवाड़ी उपस्थित रहे।
इस मौके पर विठ्ठल गिरि महाराज ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास हो जाने के बाद देश के हर वर्ग का व्यक्ति व साधू समाज प्रसन्न है। पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि आज विश्व हिंदु परिषद द्वारा एक कार सेवक के रूप में सम्मानित होकर वे गोरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि करीब 500 साल व सात पीढ़ियों के संघर्ष के बाद वो खुशी की घड़ी है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास देश व विदेश के करोड़ों भगवान भक्तों की आस्था का प्रतिक है। उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर 1990 को वे महेंद्रगढ़ से कार सेवकों को लेकर अयोध्या गए थे।
उन्होंने भारी मन से कहा कि आज कुछ साथी कार सेवक इस दुनियां में नहीं हैं, मगर उनके परिजन यहां उपस्थित हैं। इससे उनको भी गर्व हो रहा है। विहिप के जिला उपाध्यक्ष दया शंकर तिवाड़ी ने कहा कि आज का दिन बहुत ही खुशी का दिन है। आज से भगवान श्रीराम के मंदिर कार्य का शुभारंभ हो रहा है। इस मंदिर के निर्माण से समूचे विश्व में खुशी की लहर दौड़ गई है। इसी खुशी में सस्था द्वारा कार सेवकों को सम्मानित किया गया है। इस मौके पर संदीप यादव, कैलाश सोनी, प्रदीप भांडोर, मनोहरलाल झूकिया, कमल सैनी, सुनील अग्रवाल बसई, फतह सिंह बसई, कैलाश पाली, प्रमोद शास्त्री, सतबीर, रामजीवन मित्तल, सुभाष डागर, मोहनलाल धानक कोथल, मातादिन ठेकेदार, महेश जोशी व चंद्रकला खातोद सहित अनेक कार सेवक व उनके परिजजन उपस्थित थे।
विश्व हिंदु परिषद की ओर से 1990 के कार सेवकों को किया सम्मानित
फतह सिंह उजाला
पटौदी । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के शुभारंभ होने पर विश्व हिंदु परिषद द्वारा बुधवार को 30 अक्टूबर 1990 को अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा से अयोध्या में गए कार सेवकों के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कार सेवकों तथा उनके परिजनों को भी सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में पूर्व शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा भी शामिल थे। इस कार्यक्रम का आयोजन जयराम सदन में किया गया।
महाकाल मंदिर बोहड़कला और मंहत लक्ष्मण गिरि गौशाला बूचावास के संचालक मंहम बिठ्ठल गिरि ने कहा अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस शिलान्यास कार्यक्रम के चलते देश भर में जश्न का माहौल है। इसी कड़ी में विश्व हिंदु परिषद की स्थानीय इकाई द्वारा भी एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 1990 में महेंद्रगढ़ से अयोध्या गए 57 कार सेवकों व उनके परिजनों को सम्मानित किया। अयोध्या में कार सेवक पूर्व शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा की अध्यक्षता में अयोध्या गए थे। जहां पर इनको गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था। वहीं इनको अनेक यात्नाएं भी दी गई थी। जयराम सदन में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत लक्ष्मणगिरी गोशाला बूचावास के विठ्ठल गिरी महाराज ने की। वहीं विश्व हिंदु की ओर से जिला उपाध्यक्ष दया शंकर तिवाड़ी उपस्थित रहे।
इस मौके पर विठ्ठल गिरि महाराज ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास हो जाने के बाद देश के हर वर्ग का व्यक्ति व साधू समाज प्रसन्न है। पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि आज विश्व हिंदु परिषद द्वारा एक कार सेवक के रूप में सम्मानित होकर वे गोरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि करीब 500 साल व सात पीढ़ियों के संघर्ष के बाद वो खुशी की घड़ी है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास देश व विदेश के करोड़ों भगवान भक्तों की आस्था का प्रतिक है। उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर 1990 को वे महेंद्रगढ़ से कार सेवकों को लेकर अयोध्या गए थे।
उन्होंने भारी मन से कहा कि आज कुछ साथी कार सेवक इस दुनियां में नहीं हैं, मगर उनके परिजन यहां उपस्थित हैं। इससे उनको भी गर्व हो रहा है। विहिप के जिला उपाध्यक्ष दया शंकर तिवाड़ी ने कहा कि आज का दिन बहुत ही खुशी का दिन है। आज से भगवान श्रीराम के मंदिर कार्य का शुभारंभ हो रहा है। इस मंदिर के निर्माण से समूचे विश्व में खुशी की लहर दौड़ गई है। इसी खुशी में सस्था द्वारा कार सेवकों को सम्मानित किया गया है। इस मौके पर संदीप यादव, कैलाश सोनी, प्रदीप भांडोर, मनोहरलाल झूकिया, कमल सैनी, सुनील अग्रवाल बसई, फतह सिंह बसई, कैलाश पाली, प्रमोद शास्त्री, सतबीर, रामजीवन मित्तल, सुभाष डागर, मोहनलाल धानक कोथल, मातादिन ठेकेदार, महेश जोशी व चंद्रकला खातोद सहित अनेक कार सेवक व उनके परिजजन उपस्थित थे।