प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृत में ट्वीट कर राफेल फाइटर जेट का स्वागत किया
वायु सेना अधिकारी हरकीरत सिंह ने किया गाइड
ड्रोन पर प्रतिबंध
अबूधाबी से उड़ान भर राफेल भारत पहुंच गया है। तीन दिनों की यात्रा कर राफेल ने अपने कदम भारत की सरजमीं पर रख दिए हैं। पांचों राफेल विमानों का वाटर कैनन सेल्यूट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया सहित वायु सेना के अन्य प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहे। लैंडिंग से पहले सभी राफेल विमानों ने एक साथ अंबाला शहर की परिक्रमा की। सभी विमानों को हरकीरत सिंह गाइड कर रहे थे।
प्लान-बी था तैयार
अंबाला में राफेल लैंडिंग करने के लिए मौसम साफ होने के लिए गाइडलाइंस दी गई थी। अंबाला में आज सुबह बादल छा गए थे। वायु सेना ने कहा था कि यदि मौसम साफ होगा तभी अंबाला में राफेल लैंडिंग होगी अन्यथा नहीं होगी। प्लान-बी के तहत राजस्थान के जोधपुर एयरबेस पर राफेल की लैंडिंग करने के आदेश दिए गए थे। परंतु 2:00 बजे के आसपास अंबाला में धूप निकल गई और मौसम साफ हो गया।
सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए अंबाला एयरबेस ने ड्रोन कैमरा पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि शहर में धारा 144 हटा दी गई थी। साथ ही फोटोग्राफी के लिए भी छूट दे दी गई थी। मीडिया को भी कवरेज के लिए संपूर्ण छूट दे दी गई थी।
राफेल विमान में अन्य उपकरण जोड़ने की तैयारी
लैंडिंग के बाद अब राफेल विमान में मिसाइल व अन्य सुरक्षा संबंधी उपकरण जोड़े जाएंगे। मिसाइल के साथ विमान आने की अनुमति कई देशों ने नहीं दी थी। इसलिए इस चरण को अब पूरा किया जाएगा।
राफेल कितना ताकतवर
राफेल विमान 24500 किलोग्राम भार उठा सकता है। इसकी ईंधन क्षमता 4700 किलोग्राम है। यह 2200 से 2500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ता है। इसकी रेंज 3700 किलोमीटर है। इसके अंदर घातक एमबीडीए मेटेओर, एमबीडीए एमआइसीए, एमबीडीए अपाचे, स्ट्रोम शैडो एससीएएलपी मिसाइल लगी है। इसके साथ ही ऑप्ट्रॉनिक सेक्योर फ्रंटल इंफ़्रा-रेड सर्च और ट्रैक सिस्टम भी है। 300 किलोमीटर की रेंज से हवा से जमीन पर हमला करने की शक्ति रखता है। इसमें थाले आरबीई-2 रडार और थाले 2- पेक्ट्रा वारफेयर सिस्टम लगा है।
संस्कृत में किया ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृत में ट्वीट कर राफेल फाइटर जेट का स्वागत किया। वायु सेना और देशवासियों को बधाई दी।